मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के गृह कस्बे थुनाग बाजार में भी नाले की बाढ़ ने दर्जनों दुकानों और वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया है। थुनाग बाजार में भी भारी तबाही हुई है।हमीरपुर जिले के सुजानपुर में ब्यास नदी में आई बाढ़ से खीरी गांव के एक दर्जन घर खतरे की जद में आ गए हैं। लगभग 22 गांववासी सैलाब में फंस गए हैं। इनमें 18 लोगों को रेस्कयू कर लिया गया है।

शिमला जिला के ठियोग कस्बे में भूस्खलन से चार वाहन क्षतिग्रस्त हुए हैं। सुन्नी इलाके के मझिवार और मंजु गांवों को जोड़ने वाला पुल धराशायी हो गया है। हालांकि इस हादसे में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। शिमला शहर के आरटीओ के पास मुख्य सड़क के धंसने से यातायात को एकतरफा किया गया है।

मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार कांगड़ा में सर्वाधिक 346 मिलीमीटर वर्षा हुई है। धर्मशाला में 333 और जोगिन्दरनगर में 210 मिलीमीटर वर्षा हुई है। विभाग ने 24 अगस्त तक प्रदेश के मैदानी और मध्य पर्वतीय भागों में भारी वर्षा का येलो अलर्ट जारी किया है।