देहरादून – हरिद्वार जिले के लालढांग के कटेवड़ गांव से कांडा तल्ला जा रही बस लैंसडौन के सिमड़ी गांव के पास करीब साढ़े तीन सौ मीटर गहरी खाई में गिर गई। हादसे में अब तक 25 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है।
पुलिस द्वारा दी गई ताजा जानकारी के मुताबिक रात के दौरान चलाए गए बचाव अभियान में अब तक 21 लोगों को निकाल लिया गया है। जिन्हें इलाज के लिए नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।
बताया जा रहा है कि अब तक करीब 12 शव निकाले जा चुके हैं। बस में करीब 45 50 से अधिक लोग सवार थे। दुर्घटना का कारण पट्टा टूटने के बाद बस अनियंत्रित होकर खाई में गिरना माना जा रहा है। घटना बीते शाम सात बजे के आसपास की बताई जा रही है।
एसडीआरएफ और ग्रामीणों की मदद से राहत और बचाव कार्य
चला हुआ है।
बीरोंखाल स्वास्थ्य केंद्र से पांच डाक्टरों की टीम मौके पर भेजी गई है। दो बच्चों समेत छह घायलों को बीरोंखाल स्वास्थ्य केंद्र और एक घायल को कोटद्वार अस्पताल भेजा गया
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने घटना पर दुख जताते हुए कहा कि राहत और बचाव के कार्य शुरू कर दिए गए हैं। पीड़ितों की हर संभव मदद की जाएगी। विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी भूष्ज्ञण ने घटना पर शोक जताया है। उन्होंने इस संबंध में
जिलाधिकारी से वार्ता कर हालात की जानकारी ली है। कांडा तल्ला के लिए गई थी बरात की
बस लालढांग क्षेत्र के कटेवड़ गांव निवासी संजीव के पुत्र महावीर की बरात जीएमओयू बस संख्या (यूके04-0501) से मंगलवार दोपहर 12 बजे कांडा तल्ला के लिए गई थी। बस कांडा तल्ला निवासी प्रकाश चंद्र के घर जानी थी।
बस में सवार लालढांग निवासी पंकज ने बताया कि शाम करीब सात बजे रिखणीखाल-कांडा तल्ला के मध्य सिमड़ी गांव से करीब एक किलोमीटर पहले बस अनियंत्रित होकर गहरी खाई में जा गिरी। बस में सवार आठ से दस लोग किसी तरह खाई से बाहर निकल कर आए।
बस के खाई में गिरने के दौरान कई यात्री बस से बाहर छिटक गए। बस के बाहर भी कई बारातियों के शव पड़े मिले हैं। उन्होंने बताया कि बस में लगभग 25 यात्रियों की मौत हो गई है, जिसमें से 12 के शव बस के बाहर बरामद किए गए हैं। उन्होंने बताया कि कुछ शव बस के भीतर है। लेकिन, बस जिस जगह पर अटकी है, वहां पहुंचना मुश्किल हो रहा है।