
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की अध्यक्षता में हुई बैठक में हिमाचल पथ परिवहन निगम को मृत्यु एवं सेवानिवृत्ति ग्रेच्युटी तथा सेवानिवृत अवकाश नकदीकरण की लंबित देनदारियों के भुगतान के लिए प्रतिस्पर्धात्मक दरों पर बैंकों से 110 करोड़ रुपए का ऋण लेने के लिए प्रदेश सरकार द्वारा गारंटी प्रदान करने का निर्णय लिया गया।
कोरोना वायरस के संक्रमण के बाद एचआरटीसी की कमाई को ग्रहण लग गया है। पहली बार लॉकडाउन लगने के बाद एचआरटीसी को नुकसान होना शुरू हुआ है। इसके बाद एचआरटीसी का नुकसान देखते ही देखते करोड़ों में तब्दील हो गया है।इसके कारण एचआरटीसी अभी तक उभर नहीं पाई है।
वहीं एचआरटीसी से जुड़े सूत्रों का कहना है कि प्रदेश में एचआरटीसी की ओर से कई रूट ऐसा भी चलाए जा रहे हैं, जिनसे एचआरटीसी को लाभ होने की बजाए घाटा हो रहा हैं, लेकिन जनता की सुविधा को देखते हुए उन रूटों को बंद नहीं किया जा सकता है। खासकर दूर दराज के ग्रामीण क्षेत्रों जहां पब्लिक ट्रांसपोर्ट का एक मात्र जरिया एचआरटीसी है। वहीं पर एचआरटीसी को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है। एचआरटीसी के अधिकारियों का कहना है कि एचआरटीसी को करोड़ों रुपए देनदारिया चुकानी है।