फालुन दाफा (जिसे फालुन गोंग भी कहा जाता है) मन और शरीर की एक उच्च स्तरीय साधना पद्धति है. प्राचीन समय से यह पद्धति एक गुरु से एक शिष्य को हस्तांतरित की जाती रही है. वर्तमान समय में फालुन दाफा को पहली बार चीन में मई 1992 में श्री ली होंगज़ी द्वारा सार्वजनिक किया गया. आज, 90 से अधिक देशों में 10 करोड़ से अधिक लोग इसका अभ्यास कर रहे हैं. फालुन दाफा और इसके संस्थापक, श्री ली होंगज़ी को, दुनियाभर में 1,500 से अधिक पुरस्कारों और प्रशस्तिपत्रों से नवाज़ा गया है. श्री ली होंगज़ी को नोबेल शांति पुरस्कार व स्वतंत्र विचारों के लिए सखारोव पुरस्कार के लिए भी मनोनीत किया जा चुका है.
मन और शरीर का उच्च-स्तरीय अभ्यास
यह विश्व की मूलभूत प्रकृति, “सत्य – करुणा – सहनशीलता” के नियमों पर आधारित है. क्योंकि फालुन दाफा मन और शरीर की एक परिपूर्ण साधना पद्धति है, इसमें पांच सौम्य और प्रभावी व्यायामों का भी समावेश है, किन्तु बल मन की साधना या नैतिक गुण साधना पर दिया जाता है. नैतिक गुण के सुधार से शरीर में व्यापक परिवर्तन आते हैं.
शरीर की साधना के लिए इस पद्धति में 5 व्यायाम सिखाये जाते हैं जो शरीर की शक्ति नाड़ियों को खोलते हैं, असामान्य परिस्थितियों को ठीक करते हैं और दिव्य शक्तियों को सुदृढ करते हैं.

स्वास्थ्य लाभ फालुन दाफा मन और शरीर की एक परिपूर्ण साधना पद्धति है, यही कारण है कि फालुन दाफा अभ्यास से लोगों को कम समय में ही आश्चर्यजनक स्वास्थ्य लाभ प्राप्त होते हैं. पुस्तक “Life and Hope Renewed – The Healing Power of Falun Dafa” में फालुन दाफा अभ्यास द्वारा अनेक लोगों के गंभीर और जानलेवा बीमारियों से उबरने के अनुभव संकलित हैं. चीन में फालुन दाफा द्वारा स्वास्थ्य लाभ की प्रभावशीलता आंकने के लिए 1998 में बड़े पैमाने पर अनेक सर्वेक्षण किये गए. सर्वेक्षण के अनुसार 58.5% लोगों ने पूर्ण स्वास्थ्य लाभ, 24.9% ने बुनियादी लाभ और 15.7% ने आंशिक लाभ का वर्णन किया. अभ्यास आरम्भ करने के बाद जिन लोगों को अधिक ऊर्जावान महसूस हुआ उनकी संख्या 3.5% से 55.3% बढ़ गयी, और 80.3% लोगों ने व्यापक मानसिक स्वास्थ्य लाभ का दावा किया.
फालुन दाफा भारत में
हमारे देश में भी हजारों लोग दिल्ली, मुंबई, बैंगलोर, हैदराबाद, नागपुर, पुणे आदि शहरों में फालुन दाफा का अभ्यास कर रहे हैं. अनेक स्कूलों में इसका नियमित अभ्यास किया जाता है, जिसका सकारात्मक प्रभाव विद्यार्थियों के परीक्षा परणामों, नैतिक गुण और शारीरिक स्वास्थ्य में दिखाई पड़ता है. मुंबई के अनेक फैशन मॉडल्स भी अपने भागदौड़ भरे जीवन में स्थिरता और तनावमुक्ति के लिए फालुन दाफा को अपना रहे है. कोरोना काल में चूंकि बाहरी गतिविधियाँ सीमित हैं, इसलिए इसे ऑनलाइन भी सिखाया जा रहा है।नि:शुल्क वेबिनार के लिए रजिस्टर करें: Website: www.LearnFalunGong.in WhatsApp: https://wa.link/1bmekh
