शिमला: शिमला से जारी बयान में नेता प्रतिरोध जयराम ठाकुर ने कहा कि आपदा की वजह से बहुत सारी जगह पर सड़के बंद हैं। गाड़ियां चल नहीं रही है, इसकी वजह से लोगों के बागवानी और कृषि उत्पाद बाजार तक नहीं पहुंच पा रहे हैं। लोगों के सैकड़ो करोड़ के सेब और सब्जियां रास्ते बंद होने की वजह से सड़ चुकी हैं। अगर रास्ते नहीं खुले तो यह नुकसान और बड़ा होगा। एक तरफ आपदा की वजह से लोगों का बेहद नुकसान हुआ है दूसरी तरफ फर्क के बाहर न होने की वजह से भी लोगों के उत्पाद बाजार तक नहीं पहुंच पा रहे हैं और उन्हें नुकसान उठाना पड़ रहा है। आपदाग्रस्त क्षेत्रों की पूरी आर्थिकी ही बागवानी, कृषि और पर्यटन पर ही टिकीहुई है और इन्हीं क्षेत्रों को सर्वाधिक नुकसान हुआ है। ऐसे में सरकार से आग्रह है कि इन तीनों क्षेत्रों में लोगों को राहत पहुंचाने के लिए प्रभावी कदम उठाए। तत्काल राहत प्रदान करने के लिए ज्यादा से ज्यादा सड़कों को जल्दी से जल्दी खोलना होगा जिससे लोगों के सब और सब्जियां बाजार तक पहुंचे और उन्हें उनका मूल्य मिल सके।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि सड़के बहाल होने से ही आपदा की वजह से क्षतिग्रस्त हुए अन्य सुविधाएं भी जल्दी बहाल हो पाएंगी। लोग बाजार तक अपने बागवानी और कृषि के उत्पादन भी पहुंच पाएंगे और पर्यटक भी आसानी से आ जा सकेंगे तो पर्यटक भी अधिक से अधिक आएंगे। इसलिए अब केंद्र सरकार को कोशने और भारतीय जनता पार्टी पर आरोप लगाने के बजाय सुखविंदर सिंह सुक्खू की सरकार आपदा प्रभावितों को राहत देने पर ध्यान दें। लोग अभी भी सरकार की राह देख रहे हैं। केंद्र सरकार द्वारा जो भी सहायता आपदा प्रभावितों के लिए भेजी जा रही है मुख्यमंत्री उस आर्थिक सहायता को प्रभावितों तक पहुंचाने के लिए कार्य करें। विपक्ष पर आरोप लगाने केंद्र सरकार को कोसने से न सरकार का भला होगा और न ही आपदा प्रभावितों का। सरकार अपनी पूरी क्षमता लगाकर आपदा प्रभावित क्षेत्रों में सुविधा बहाल करें। इसके लिए युद्ध स्तर पर कार्य करने की आवश्यकता है।