सोलन। हिमाचल के सबसे बड़े गैर-सरकारी मेले 21वें हिमाचल उत्सव की आठवीं और अंतिम सांस्कृतिक संध्या सुरों और नाटियों के नाम रही। खचाखच भरे पंडाल में हजारों दर्शकों के बीच प्लेबैक सिंगर अरविंद राजपूत और फोक स्टार अरुण जस्ता ने ऐसा समां बांधा कि हर कोई झूम उठा।
अरविंद राजपूत ने अपनी एक से बढ़कर एक प्रस्तुतियों से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। इसी दौरान मुख्य अतिथि स्वास्थ्य मंत्री कर्नल धनीराम शांडिल ने भी अरविंद के साथ गाना गाकर श्रोताओं का दिल जीत लिया। मंत्री को गाते देख पूरा पंडाल तालियों और सुरों से गूंज उठा।
कार्यक्रम की अंतिम प्रस्तुति में अरुण जस्टा ने जब अपनी लोकप्रिय नाटी “लुपी लगी छात्यये मेरी झूरिये” से शुरुआत की, तो पूरा मैदान थिरकने लगा। महिला दर्शक हों या युवा, हर कोई अपनी जगह पर खड़ा होकर नाचता नजर आया।
इससे पहले गायिका हिमांशी तंवर ने अपने सुरों से खूब रंग जमाया। वहीं, प्रख्यात बांसुरी वादक हरिदत्त भारद्वाज के बांसुरी वादन को दर्शकों ने विशेष रूप से सराहा। संध्या में बंसी बॉबी, सुनील कश्यप, राहुल डगशाई, इंदु बाला, सूरम सिंह हिमाचली, विजय डेहर, विवेक राजटा, राजिंदर वर्मा, संजीव कौशल, ट्विंकल कुल्लू, केशव, किरण और ताराकमल, स्ट्रिंग्स एंड सोल की जोड़ी पीयूष और जितेन्द्र ने भी अपनी मधुर

प्रस्तुतियों से खूब मनोरंजन किया। मशहूर शास्त्रीय नृत्य गुरु सौरभ के कथक नृत्य और भानुप्रिया के डांस ने भी खूब तालियां बटोरी।
अंतिम सांस्कृतिक संध्या में मुख्य अतिथि के तौर पर हिमाचल प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री कर्नल धनीराम शांडिल मौजूद रहे जबकि विशिष्ट अतिथि के रूप में हिमाचल प्रदेश भवन निर्माण कामगार कल्याण संघ के अध्यक्ष नरदेव कंवर ने शिरकत की। इस मौके पर हिमाचल उत्सव के वरिष्ठ संस्थापक सदस्यों में शामिल पूर्व नगर परिषद अध्यक्ष कुल राकेश पंत और कांग्रेस नेता जगमोहन मल्होत्रा ने सम्मान समारोह की अध्यक्षता की।

आठ दिनों के दौरान आयोजित स्कूली बच्चों की प्रतियोगिताओं, गायन प्रतियोगिता के विजेताओं को और इस साल का हिमाचल गौरव पुरस्कार भी मुख्य अतिथि द्वारा वितरित किए गए।

डायनामिक इंडिया युवा मंडल के संस्थापक अध्यक्ष पंकज सूद, संस्थापक उपाध्यक्ष मुकेश शर्मा, संस्थापक महासचिव कीर्ति कौशल, वरिष्ठ सदस्य कुल राकेश पंतजगमोहन मल्होत्रा सहित अंकुश सूद, रिपुदमन सिंह, मनोज ठाकुर और अन्य सदस्यों ने सभी आगंतुकों, कलाकारों और सहयोगियों का धन्यवाद किया। युवा मंडल ने कहा कि हिमाचल उत्सव आज प्रदेश का सबसे बड़ा गैर-सरकारी मेला बन चुका है और जनता के अपार सहयोग से यह 21 वर्षों से लगातार नई ऊंचाइयां छू रहा है।

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