नेशनल हाईवे अथॉरिटी के अधिकारियों के साथ कांग्रेस के मंत्री द्वारा और उनके सहयोगियों द्वारा की गई मारपीट के बारे में नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि सरकार का इक़बाल ख़त्म हो गया है। चारों तरफ़ से दबाव बनाने के बाद भी मंत्री के ख़िलाफ़ जिन धाराओं में मुक़दमा दर्ज हुआ है वह बहुत आम धाराएँ हैं। सरकार, पुलिस प्रशासन सब के सब इस मामले को दबाते रहे। मीडिया कर्मियों को धमकाते रहे। जब कोई बहाना नहीं चला तो मुक़दमा दर्ज करने में भी नरमी दिखाई गई। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि जब भाजपा के नेता लोकतांत्रिक तरीके से धरना देते हैंतो उनके ख़िलाफ़ हत्या के प्रयास का मुक़दमा दर्ज बीएनएस की धारा 109 के तहत मुकदमा दर्ज किया जाता है और जो लोग लोकसेवक को मार कर लहूलुहान करते हैं, उनके सिर पर गमले मारते हैं उनके ख़िलाफ़ मामूली धाराओं में मुक़दमा दर्ज करके कर्तव्यों की इतिश्री कर लेते हैं। मुख्यमंत्री को मंत्री के ख़िलाफ़ कार्रवाई करनी चाहिए। यह हमला हाईवे में काम को लेकर पुरानी खीझ का नतीजा है। मुख्यमंत्री यह भी जाँच करवाएं कि वहाँ काम पाने के लिए किस तरह से दबाव बनाया जा रहा था। इस तरह की तानाशाही प्रदेश बर्दाश्त नहीं करेगा।