प्रदेश अध्यक्ष डॉ राजीव बिंदल ने कहा कि एक महिला शासक के रूप में, अहिल्याबाई ने यह सिद्ध किया कि नेतृत्व और साहस में लिंग कोई बाधा नहीं है। उनकी बुद्धिमत्ता, साहस और दृढ़ता आज भी लाखों लोगों, विशेषकर महिलाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं। सैन्य और कूटनीतिक कौशल, अहिल्याबाई ने अपने शासनकाल में मालवा को आंतरिक और बाह्य खतरों से सुरक्षित रखा। उनकी कूटनीतिक नीतियों और सैन्य रणनीतियों ने साम्राज्य को मजबूत किया।अहिल्याबाई होलकर का जीवन और उनकी उपलब्धियाँ हमें यह सिखाती हैं कि सच्चा नेतृत्व जनसेवा और नैतिकता के आधार पर ही संभव है।