शिमला को जल संकट से मिलेगी राहत
विश्व बैंक की मदद से शुरू हुई परियोजना, जल जनित बीमारियों पर भी लगेगा अंकुश

सतत दबावयुक्त निरंतर जल आपूर्ति परियोजना के तहत शिमला शहर की वर्षों पुरानी जल समस्या का समाधान होने जा रहा है। विश्व बैंक की सहायता से संचालित इस महत्वाकांक्षी योजना के अंतर्गत शहर को 24 घंटे निर्बाध, दबावयुक्त और सुरक्षित पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित की जाएगी।

इस परियोजना में कई बुनियादी ढांचागत बदलाव किए जा रहे हैं, जिनमें सतलुज नदी से जल उठाना, नई पाइपलाइन बिछाना और आधुनिक जल भंडारण टैंकों का निर्माण प्रमुख है। इससे न केवल जल की नियमितता सुनिश्चित होगी, बल्कि जल की गुणवत्ता भी बेहतर होगी।

इसके अलावा परियोजना में सटीक बिलिंग, जल का समान वितरण, शिकायतों का त्वरित निपटारा और पारदर्शी सेवा प्रबंधन जैसी सुविधाएं भी शामिल हैं। अधिकारियों का कहना है कि यह व्यवस्था लागू होने के बाद जल आपूर्ति से संबंधित शिकायतों में भारी कमी आएगी।

सबसे अहम बात यह है कि लगातार शुद्ध पेयजल मिलने से जल जनित बीमारियों पर भी प्रभावी नियंत्रण संभव हो सकेगा। विशेषज्ञों का मानना है कि स्वच्छ और निरंतर जल आपूर्ति से शहर के स्वास्थ्य सूचकांकों में भी सुधार आएगा।

सुएज़ के अधिकारियों का कहना है कि यह परियोजना पूर्ण रूप से लागू हो जाने के बाद आने वाले कई दशकों तक शिमला में जल संकट जैसी कोई समस्या नहीं रहेगी। शहरवासियों को बेहतर और भरोसेमंद जल आपूर्ति सेवा का अनुभव मिलेगा।