शिमला, भाजपा के राज्यसभा सांसद सिकंदर कुमार, भाजपा प्रदेश मीडिया प्रभारी कर्ण नंदा, नगर निगम के महापौर सुरिंदर चौहान, उपमहापौर उमा कौशल, युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष तिलक राज, मोर्चा से हनीश चोपड़ा, पार्षद मीनू चौहान, ममता चंदेल ने दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान द्वारा आयोजित रामकथा में भाग लिया। यह कथा 3 से 9 मई 2025 तक प्रतिदिन दोपहर 3 बजे से सायं 6 बजे तक जंज घर, सामुदायिक भवन श्री रघुनाथ मंदिर, नजदीक लक्ष्मी नारायण रोड संजौली में चली। 

कथा में आशुतोष महाराज शिष्य साध्वी सुश्री सौम्या भारती उपस्थित रही। कार्यक्रम के दौरान प्रतिदिन लंगर भंडारे का आयोजन किया गया। 

कार्यक्रम संयोजक धीरानंद ने इस अवसर पर कहा को आज हम प्रभु राम से हम भारतीय सेना की युद्ध शक्ति की प्रबलता की मनोकामना करते है। पूरा देश आज भारत के सेना के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा है। उन्होंने कहा कि कार्यक्रम में समाज के हर वर्गों, संस्थाओं ने एवं राजनेताओं ने भी बढ़-चढ़कर भाग लिया। समाज के सभी वर्गों में इस राम कथा को लेकर अद्भुत जोश और उत्साह देखने को मिला। इस कथा का आयोजन हिमाचल ही नहीं पूरे भारतवर्ष में किया जाता है। 

मीडिया प्रभारी कर्ण नंदा ने इस अवसर पर कहा कि केंद्र की मोदी सरकार ने भी सर्वश्रेष्ठ कार्य कर भारत की शक्ति पूरी दुनिया को दिखता दी है। नंदा ने कहा कि ऑपरेशन सिंदू’ के बाद पाकिस्तान की तरफ से लगातार बोले जा रहे झूठ का भारत ने पर्दाफाश कर दिया है। पाकिस्तान की आदत लगातार झूठ बोलने की है। उसने पहले पहलगाम हमले में अपने आतंकियों की भूमिका को नकारा, हमले के जिम्मेदार आतंकी संगठन टीआरएफ का उल्लेख संयुक्त राष्ट्र के बयान में होने पर अड़ंगे डाले, फिर ऑपरेशन सिंदूर के बाद झूठ फैलाया। भारत का हमला पाकिस्तान के नागरिकों के खिलाफ नहीं, बल्कि आतंकियों के खिलाफ था। फिर भी पाकिस्तान ने झूठ बोला कि भारत की कार्रवाई में उसके नागरिक मारे गए हैं। अगर नागरिक मारे जाते तो आतंकियों के जनाजे में सेना के अफसरों के शामिल होने और आतंकियों को राजकीय सम्मान देने की तस्वीरें वायरल नहीं होतीं। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान का पहला झूठ- भारत उकसा रहा, उकसावा भारत की तरफ से नहीं हो रहा। यह तो पहलगाम के हमले के साथ शुरू हुआ था। उस उकसावे का जवाब भारत ने अपनी कार्रवाई के जरिए दिया है। भारत ने पहले भी स्पष्ट किया है कि टीआरएफ लश्कर-ए-तैयबा से जुड़ा संगठन है। भारत जल्द ही संयुक्त राष्ट्र के एक दल से मिलेगा और अन्य जानकारी सौंपेगा। पाकिस्तान का दूसरा झूठ- टीआरएफ उन्होंने कहा कि दिलचस्प बात यह है कि संयुक्त राष्ट्र की सुरक्षा समिति में जब पहलगाम हमले को लेकर प्रेस वक्तव्य जारी करने की बात हो रही थी तो आप सोचिए कि किस देश ने टीआरएफ के उल्लेख का विरोध किया था? पाकिस्तान ने दो बार इसे रोकने की कोशिश की। भारत का जवाब सटीक है, संतुलित है, केंद्रित है और बिना उकसावे वाला है। हम सिर्फ उकसावे का जवाब दे रहे हैं। हमने पाकिस्तान के सैन्य स्थानों को निशाना नहीं बनाया, सिर्फ आतंकी ढांचे को निशाना बनाया है।