शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने कहा कि अब तक प्रदेश सरकार द्वारा 267 शिक्षकों को सिंगापुर भेजा जा चुका है और यह क्रम आगे भी जारी रहेगा। यह कोई साधारण यात्रा नहीं है, बल्कि हिमाचल सरकार की शिक्षा व्यवस्था को एक नई दिशा देने की ऐतिहासिक पहल है। उन्होंने कहा कि शिक्षकों को गुणवत्ता आधारित प्रशिक्षण देने से शिक्षा प्रणाली में मौलिक बदलाव आएंगे। प्रदेश सरकार द्वारा सरकारी स्कूलों के विद्यार्थियों को भी विदेश में शैक्षणिक दौरे पर भेजा जा रहा है ताकि वे अपने ज्ञान का विस्तार कर सकें। उन्होंने प्रदेश सरकार द्वारा गुणात्मक शिक्षा के क्षेत्र में किए जा रहे प्रयासों की विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि दो वर्षों में सरकार ने शिक्षा के क्षेत्र में प्रभावशाली और दूरदर्शी निर्णय लिए हैं। कलस्टर स्कूल प्रणाली की स्थापना से संसाधनों का सामूहिक उपयोग संभव हुआ है।
उन्होंने शिक्षकों को शुभकामनाएं देते हुए उन्हें हिमाचल को शैक्षणिक रूप से सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाने में सहभागी बनने का आग्रह किया।
सचिव शिक्षा राकेश कंवर ने मुख्यमंत्री व गणमान्यों का स्वागत करते हुए शिक्षकों की शैक्षणिक यात्रा व विभाग की महत्वपूर्ण पहलों की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के केन्द्र में शिक्षक की भूमिका सबसे अहम है।
राज्य परियोजना निदेशक, समग्र शिक्षा राजेश शर्मा ने आभार प्रस्ताव प्रस्तुत किया और समग्र शिक्षा के तहत किए जा रहे नवाचारों की जानकारी दी।
इस अवसर पर विधायक संजय अवस्थी, अतिरिक्त निदेशक बीआर शर्मा, वरिष्ठ अधिकारी, शिक्षाविद और अन्य गणमान्य उपस्थित थे