सोलन, 9 सितंबर 2025: शूलिनी यूनिवर्सिटी ने नेशनल इंस्टीट्यूशनल रैंकिंग फ्रेमवर्क (NIRF) 2025 में हिमाचल प्रदेश की सबसे उच्च रैंक प्राप्त कर अपनी स्थिति को और सुदृढ़ कर लिया है। यह राज्य की एकमात्र यूनिवर्सिटी है जो देश के शीर्ष 100 विश्वविद्यालयों में शामिल हुई है, जो शिक्षा और शोध क्षेत्र में इसकी स्पष्ट नेतृत्व क्षमता और राष्ट्रीय स्तर पर बढ़ती प्रतिष्ठा को दर्शाता है। इस बार शूलिनी ने विश्वविद्यालय श्रेणी में 69वां स्थान प्राप्त किया, जो पिछले वर्ष की 70वीं रैंक से सुधार है। इसके अतिरिक्त, यूनिवर्सिटी ने फार्मेसी में 44वीं रैंक हासिल की, इंजीनियरिंग में 101–150 बैंड में स्थान प्राप्त किया और नए जोड़े गए सस्टेनेबल डेवलपमेंट गोल्स (SDG) रैंकिंग में 11–50 बैंड में स्थान बना लिया। यह यूनिवर्सिटी की विशेषज्ञता क्षेत्रों और सतत विकास के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है। जहां राज्य के अन्य विश्वविद्यालय अपनी रैंकिंग बनाए रखने या सुधारने में संघर्ष कर रहे हैं, वहीं शूलिनी ने लगातार सुधार का ट्रेंड दिखाया है। यह निरंतर उन्नति यूनिवर्सिटी के समर्पित प्रयासों का परिणाम है, जिसमें शोध, शिक्षण गुणवत्ता और संस्थागत विकास को प्रमुखता दी जा रही है। चांसलर प्रो. पी.के. खोसला ने शूलिनी परिवार को इस महत्वपूर्ण उपलब्धि पर बधाई दी और सामूहिक प्रयासों के महत्व पर बल दिया। उन्होंने कहा, “इस वर्ष हमने अपनी एनआईआरएफ रैंकिंग में एक स्थान की वृद्धि करते हुए 70 से 69 पर पहुँचाया है। हमारा अगला लक्ष्य टॉप 50 में प्रवेश करना है। यह उद्देश्य पूरे विश्वविद्यालय समुदाय की संयुक्त निष्ठा और सहयोग से पूरा किया जा सकता है।” प्रो वाइस चांसलर श्री विशाल आनंद ने कहा, “यह उपलब्धि हमारे फैकल्टी, छात्रों और स्टाफ की बेहतरीन मेहनत का परिणाम है। हमारा ध्यान अब शीर्ष 50 रैंक हासिल करने पर केंद्रित है। शोध हमेशा से शूलिनी यूनिवर्सिटी की आत्मा रहा है, और हम इसे और आगे बढ़ाने के लिए मजबूत सहयोग, प्रभावशाली प्रकाशन, और नवप्रवर्तकों की अगली पीढ़ी को मार्गदर्शन देने के लिए प्रतिबद्ध हैं।” वाइस चांसलर प्रो. अतुल खोसला ने कहा, “यह उपलब्धि शूलिनी यूनिवर्सिटी की नवाचार और उत्कृष्टता का प्रमाण है। एनआईआरएफ 2025 के परिणाम हमें दुनिया की प्रमुख विश्वविद्यालयों में शामिल होने की दिशा में प्रेरित करते हैं। हर मान्यता हमारे संकल्प को मजबूत करती है कि हम शिक्षा, शोध और सामाजिक प्रभाव के क्षेत्र में नए आयाम स्थापित करें।” शूलिनी यूनिवर्सिटी की लगातार चढ़ाई और एनआईआरएफ 2025 में मजबूत स्थिति इसे हिमाचल प्रदेश का अग्रणी निजी विश्वविद्यालय बनाती है। यह भारत में स्थिर शैक्षणिक प्रगति और संस्थागत उत्कृष्टता का मॉडल भी प्रस्तुत करता है।