राजधानी के उपनगर संजौंली से जो हिंसार की सीआईए पुलिस ने नकली नोट छापने के आरोप में दो दिन पहले शानिवार को मंडी का युवक गिरफ्तार किया है उसने लाखो के नकली नोट शिमला और आसपास के पर्यटन स्थल में आसानी से खपा दिए। यह राज हिंसार की सीआईए पुलिस के पास पकड़े गए मंडी के युवक नवनीत ने उगला है । नकली नोट से सर्तक रहे और लेन देन संभल कर करे । चूंकि शिमला और इसके आसपास के क्षेत्रो में संजौली में बने लाखो रूपए के नोट खपाए गए है । ऐसा ना हो कही कोई आपको नकली नोट थमाकर चुना लगा दे । आपको चपत तो लगेगे ही साथ में बिना वजह पुलिस के पचड़े में भी फस जाओगे। यह आगाह इसलिए किया जा रहा है क्योकिं राजधानी के उपनगर संजौंली से जो हिंसार की सीआईए पुलिस ने नकली नोट छापने के आरोप में दो दिन पहले शानिवार को मंडी का युवक गिरफ्तार किया है उसने लाखो के नकली नोट शिमला और आसपास के पर्यटन स्थल में आसानी से खपा दिए। यह राज हिंसार की सीआईए पुलिस के पास पकड़े गए मंडी के युवक नवनीत ने उगला है ।
नकली नोट के साथ शिमला के संजौली से गिरफतार किया गया युवक नवनीत एडवोकेट है । लॉ की पढ़ाई पूरी करने के बाद लग्जरी लाइफ जीने के लिए यह युवा
एडवोकेट अपराध की दुनिया में उतरा। झूठ बोल कर शिमला के संजौली में किराये का मकान लिया। इसके बाद उसने सोशल मीडिया के माध्यम से बने दोस्त
विकास के साथ मिलकर लाखों के नकली नोट छापे। काफी रुपये शिमला और आसपास के एरिया में चलाए। क्योंकि शिमला पर्यटन स्थल है और यहां पर देश के सभी हिस्से से लोग घूमने आते हैं तो ऐसे में आसानी से नकली नोट खपा दिए। सुत्रो का कहना है कि एडवोकेट नवनीत ने हाल ही में लॉ की पढ़ाई पूरी की है। यह कुछ समय पहले तक मंडी अदालत में प्रैक्टिस करता था, लेकिन सिर पर कर्जा ज्यादा होने की वजह से वकालत छोड़ दी। शॉटकट के माध्यम से रुपये कमाने की सोची। सोशल मीडिया के माध्यम से बने दोस्त विकास के साथ मिलकर लाखों के नकली नोट छापे। काफी रुपये शिमला और आसपास के एरिया में चलाए। मकान मालिक को बताया कि वह विद्यार्थी है और लॉ की तैयारी कर रहा है। इसके बाद विकास के साथ मिलकर नकली करंसी बनाने के लिए बाजार से लैपटॉप इंकटेंक प्रिंटर ब्लैक प्रिंटर रेजर एक फोर पेपर शीट खरीदी। इसके बाद
दोनों ने नकली करंसी बनानी शुरू की। कुछ करंसी आरोपियों ने शिमला और आसपास के एरिया में चलाई।
नकली करंसी के नाम से फर्जी आईडी बनाईनवनीत ने ऑनलाइन पेमेंट कर खरीदे गए नंबर से नकली करंसी के नाम से आईडी तैयार की ताकि सोशल मीडिया पर आसानी से ग्राहक तलाश कर सकें। शुरुआत में दोनों ने मिलकर 30 हजार की नकली करंसी बनाई। विकास ने उसे दस हजार रुपये में एक व्यक्ति को बेच दी। फिर लाखों रुपये की नकदी करंसी छाप दी।
446 प्रिंटर शीट बरामद, एक पर चार नोट बनाते थे
एडवोकेट नवनीत के पास से 2 लाख 34 हजार 400 की नकली करंसी बरामद की है