काजा में शनिवार सुबह 12 बजे अचानक भूंकप आया।इसके कारण राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला काजा का एक भवन और पुलिस स्टेशन काजा में एक भवन क्षतिग्रस्त हो गया। इसके अलावा एक पुल भी टूट गया जिस कारण यातयात बाधित रहा। ये सब एनडीआरएफ की माॅक ड्रिल के दौरान हुआ। अचानक जब 12 बजे एडीसी परिसर में सायरन बजा तो एडीसी अभिषेक वर्मा ने एसडीएम गुंजीत सिंह चीमा को सूचना दी कि भूकंप के कारण पुलिस स्टेशन, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला काजा और एक पुल टूटने की सूचना मिली है।

इसके बाद सभी विभागों ने अपने अपने कार्यालय में मौजूद कर्मचारियों और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले गए।इसके साथ ही जहां पर भवन क्षति ग्रस्त हुए थे वहां के लिए पुलिस की क्यूआरटी टीम और एनडीआरएफ की टीम मौके पर भेज दी। एडीसी परिसर में मेडिकल यूनिट, राजस्व विभाग की यूनिट स्थापित की गई थी। काजा स्कूल में कुल 8 बच्चें घायल हुए थे। इनमें से तीन को गंभीर चोटें आई थी जकि पांच को मामूली चोटे आई थी। इसके अलावा काजा पुलिस स्टेशन में पांच कर्मचारी घायल हुए थे जिनमंें एक को गंभीर चोटें थी जबकि अन्य चार को मामूली चोटें आई। सभी घायलों को उपचार यूनिट में किया। इसके बाद एनडीआरएफ 14 वीं नूरपूर स्थित की ओर से आपदा में किस तरह से रेस्क्यू कार्य किए जा सकते है। इसके बारे में लोगोें को प्रशिक्षण दिया। वहीं रेस्क्यू में इस्तेमाल होने वाली तकनीक और मशीनरी के बारे में विस्तृत से बताया। माॅक ड्रिल को संबोधित करते हुए कि एडीसी अभिषेक वर्मा ने कहा कि जैसे यहां पर भूकंप आया था तो और किस तरह रेस्क्यू किया गया। ये सभी ने देखा वहीं एनडीआरएफ की टीम ने जो प्रशिक्षण दिया इससे स्थानीय लोगों को भी काफी फायदा होगा। स्पिति घाटी में अक्सर ऐसी घटनाएं हो जाती है जहां पर रेस्क्यू कार्य करने में स्थानीय लोग बहुत बड़ी भूमिका निभाते है। ऐसे में इस तरह के प्रशिक्षण काफी मददगार साबित होंगे। इस मौके पर डीएसपी रोहित मगृपुरीत्र, एनडीआरएफ 14वीं बटालियन के अस्स्टिेंट कमाडेंट अनिल कुमार, जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के कोडिनेटर, नितिन शर्मा सहित सभी विभागों को विभागाध्यक्ष व अन्य गणमान्य मौजूद रहे।