कर्मचारी चयन आयोग हमीरपुर ने दिसंबर 2018 में प्रारंभिक शिक्षा विभाग में जेबीटी शिक्षकों के 617 पदों को भरने के लिए आवेदन मांगे थे। इन पदों के लिए प्रदेश भर से करीब 42,000 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था। 12 मई 2019 को लिखित परीक्षा ली गई थी।
हिमाचल प्रदेश में लंबित चल रही जेबीटी भर्ती के लिए सरकार ने बीच का रास्ता निकाल लिया है। भर्ती के लिए तैयार की जाने वाली मेरिट में शामिल होने वाले बीएड डिग्री धारकों का फिलहाल परिणाम जारी नहीं किया जाएगा। जेबीटी और डीएलएड करने वालों का ही अभी भर्ती परिणाम निकालने की तैयारी है। कर्मचारी चयन आयोग हमीरपुर को इस बाबत नया पत्र जारी करने की तैयारी में प्रारंभिक शिक्षा निदेशालय जुट गया है। इस संदर्भ में मंगलवार को प्रदेश हाईकोर्ट में भी जवाब दायर किया जाएगा।
कर्मचारी चयन आयोग हमीरपुर ने दिसंबर 2018 में प्रारंभिक शिक्षा विभाग में जेबीटी शिक्षकों के 617 पदों को भरने के लिए आवेदन मांगे थे। इन पदों के लिए प्रदेश भर से करीब 42,000 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था। 12 मई 2019 को लिखित परीक्षा ली गई थी। लिखित परीक्षा में 30,000 से अधिक अभ्यर्थी उपस्थित हुए। परीक्षा के बाद बीएड उत्तीर्ण अभ्यर्थियों को भर्ती से बाहर कर दिया गया था। विरोध स्वरूप अभ्यर्थी हाईकोर्ट चले गए थे।
कोर्ट ने मामले की सुनवाई करते हुए भर्ती प्रक्रिया पर स्टे लगा दिया था। इसके बाद हाईकोर्ट की ओर से बीएड करने वालों को भी भर्ती में शामिल करने का फैसला सुनाया गया। सरकार ने मंत्रिमंडल की बैठक कर जेबीटी के पक्ष में आते हुए हाईकोर्ट में पुनर्विचार याचिका और सुप्रीम कोर्ट में चुनौती याचिका दायर की थी। सुप्रीम कोर्ट में अभी मामला विचाराधीन है।
हाईकोर्ट ने बीते छह मई को जेबीटी भर्ती के परिणाम को सशर्त जारी करने की मंजूरी दी थी। सरकार ने फिलहाल जेबीटी और डीएलएड करने वालों का परिणाम जारी करने का फैसला ले लिया है। बीते शनिवार को निदेशालय की ओर से कर्मचारी चयन आयोग को बीएड डिग्री वालों को भी भर्ती में शामिल करते हुए परिणाम जारी करने का पत्र जारी कर दिया था। करीब दो घंटे बाद इस पत्र को वापस लेते हुए फिलहाल परिणाम नहीं निकालने का निदेशालय ने हमीरपुर आयोग को पत्र जारी किया था।