हिमाचल की राजधानी शिमला क़े मॉलरोड समीप US क्लब में ब्लॉक चार ब्रितानी हुक़ूमत का ऐतिहासिक भवन रविवार को आग से ख़ाक होने से बाल-बाल बच गया। इस घटना में क़ोई हताहत नहीं हुआ । लकड़ी के बने भवन की छत पर वेल्डिंग की चिंगारी से शाम को अचानक आग लग गई । छत के छजे पर चिड़ियों के घोंसले और सूखे पतों ने आग में घी का काम किया। गर्मी के इस मौसम में सूखी लकड़ी और वर्षों के पेंट की बढ़ी परतों से आग की लपटें तेज़ी से फैल ग़ई ।
स्थानीय लोगों की चौकसी से आग पर क़ाबू पाया गया । बाद में दमकल विभाग क़े कर्मचारी और पूलिस विभाग की टीम ने भी ख़ूब जदोजहद की। वर्षों पुरानी धरोहर को बचाया जा सका।
अंग्रेजो द्वारा बसाए हुए इस शहर में इससे पहले बहुत इमारतें आग से स्वाह हो चुकी है साल 2013 में गॉर्टन केसल आग की भेंट चढ़ चुकी है।अब इसमें एजी ऑफिस चल रहा है। ग्रीनलैंड व ग्रैंड होटल का एक बड़ा हिस्सा भी हाल ही में जलकर राख हुआ था।
स्थानीय लोगों ने बताया की जव हवाओ के तेज़ रूख के साथ आग बढ़ने लगी तो सरकार द्वारा इमर्जेन्सी सेवा को जारी फोन नम्बर पर कॉल की गईं। मगर कहीं से भी रेस्पॉन्स नहीं मिला। तब अपनी जान पहचान के लोगों से विभागों में तैनात कर्मियों से संपर्क साधकर सहयोग माँगा। डाक्टर पंचम, डाक्टर नेगी अंजुला ,अनीता, सोनिया, बर्म नेगी ,संजय सूद ने बताया कि दिए गये इमर्जेन्सी नम्बर पर कोई रेस्पॉन्स नहीं मिले। हाल ही में लाखों रुपये के जो आग बुझाने के उपकरण भवन में लगाए हुए है उसकी किसी को भी विभाग ने ट्रेनिंग नहीं दी है।