संदीपनी भारद्वाज ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में जो सब के पेड़ों का कटान हो रहा है वह बच सकते थे पर सरकार का ऐसा कोई ऐसा प्लान ही नहीं था कि उनको बचना चाहिए। अगर यह पेड़ खड़े रहते तो शायद उसको कोई हिमाचल प्रदेश का उपक्रम एक आए के साधन बनाने में कामयाब होता और उसे उपक्रम की आय बढती। पर हिमाचल सरकार ने तो एक श्वेत पत्र ही दे दिया कि हम इन पेड़ों की देखभाल नहीं कर सकते, इसलिए यह फलदार पेड़ काटे जा रहे हैं और अब मुख्यमंत्री जनता के आगे ढोंग रचने का प्रयास कर रही है कि वह तो इन पेड़ों को बचाने के हक में थे पर ऐसा कुछ नहीं था, सच्चाई साफ है जो दुनिया को दिख रही है।