हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस सरकार अपने ही अंतर्विरोधों में उलझकर बिखर रही है, और अपनी नाकामियों को छुपाने के लिए भाजपा पर झूठे आरोप लगाने की कोशिश कर रही है। प्रदेश प्रभारी रजनी पाटिल के दौरे से पहले ही कांग्रेस विधायकों और वरिष्ठ नेताओं में असंतोष खुलकर सामने आ गया है।
भाजपा मुख्य प्रवक्ता राकेश जमवाल ने कहा कि कांग्रेस के विधायक सुरेश कुमार का बयान खुद यह साबित करता है कि सरकार में संतुलन की कमी है और कुछ जिलों को पूरी तरह नजरअंदाज किया गया है। अगर सरकार बनने के दो साल बाद भी कांग्रेस के अपने विधायक यह मान रहे हैं कि कैबिनेट विस्तार में भेदभाव हुआ है और अस्थिरता की कोशिशें हुई हैं, तो इससे साफ है कि कांग्रेस का असली दुश्मन खुद कांग्रेस ही है।