सिरमौर पुलिस का नशे के खिलाफ एक्शन मोड जनता के भरोसे पर अब खरा उतरता नजर आने लग पड़ा है। जिला पुलिस कप्तान ने जहां एक अवैध शराब के मामले में थाना प्रभारी को लापरवाही बरतने को लेकर सस्पेंड किया है तो वहीं एक और बड़ा नशे का नेटवर्क तोड़ने में कामयाबी हासिल की है।

सिरमौर पुलिस की डिटेक्शन सेल के द्वारा पकड़े गए आरोपी 71 वर्षीय प्रेमचंद उसके पुत्र 44 वर्षीय सागर तथा सागर का 21 वर्षीय बेटे संग्राम से 23.34 ग्राम हेरोइन जिसे चिट्टा कहा जाता है, 38.10 ग्राम अफीम 300 से अधिक नशे में इस्तेमाल किए जाने वाले स्पासमैक्स ट्रैमाडोल कैप्सूल बरामद किए हैं।

इससे भी बड़ी बात तो यह है कि नशे से अर्जित की गई 24 लाख 40 हजार रुपए की नगद धनराशि को भी पुलिस पार्टी ने बरामद कर जब्त किया है। पुलिस के द्वारा की गई इस बड़ी कार्यवाही और कामयाबी को लेकर पूरे शहर में चर्चा का बाजार भी गर्म है।

बता दें कि जिला सिरमौर के पुलिस कप्तान ने सिरमौर में ज्वाइन करते समय ही सिरमौर की जनता को भरोसा दिलाया था कि नशे से जुड़ा कितना ही प्रभावशाली व्यक्ति होगा वह उसे किसी भी सूरत में बख्शेंगे नहीं। जिला पुलिस कप्तान ने सबसे पहले अपने खुफिया नेटवर्क को और अधिक सक्रिय करते हुए पुलिस के विशेष जवानों की पहचान कर टीम में शामिल किया।

इससे पहले भी कई वर्षों से रासायनिक केमिकल युक्त नशा बेचने वाले एक बड़े नेटवर्क का भी पर्दाफाश किया था। अवैध शराब के कारोबार में लिप्त कोलर पंचायत के पूर्व प्रधान को कई बार अवैध शराब की बड़ी खेप के साथ पकड़ा। हाल ही में माजरा थाना पुलिस के द्वारा 300 से अधिक शराब की अवैध पेटियां बरामद करने पर सरगना की फरारी पर उठे सवालों को लेकर जिला पुलिस कप्तान ने कड़ी कार्रवाई अमल में लाई है।

जिला पुलिस कप्तान के द्वारा माजरा थाना के प्रभारी को सस्पेंड कर लापरवाही बरतने वाले पुलिस अधिकारियों को भी बड़ा संदेश दिया है। बरहाल पुलिस के द्वारा पकड़े गए आरोपी प्रेमचंद सागर तथा संग्राम उर्फ अंशुल पर अंतर्गत धारा एनडीपीएस दर्ज कर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है। जानकारी तो यह भी है कि पुलिस संभवत नशे को बेचकर अर्जित की गई चल अचल संपत्ति को संकलित कर माननीय न्यायालय के समक्ष रख सकती है।

अब सवाल यह भी उठना है कि क्या पुलिस यह भी पता लगा पाएगी कि यह नशे की सामग्री कहां से खरीदी जाती थी। उधर, एसएसपी जिला सिरमौर रमन कुमार मीणा ने खबर की पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि इस कार्रवाई में शामिल पुलिस पार्टी ने बामुश्किल इस बड़े नेटवर्क को तोड़ा है। जिला कप्तान ने लोगों से भी अपील की है कि यदि उन्हें नशा बेचने वालों की जानकारी मिलती है तो उसकी जानकारी वह उन्हें सीधे-सीधे दें। बताने वाले की पहचान हर तरह से गुप्त रखी जाएगी।